शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस की बक्सर से बुकिंग, 18 मार्च से नियमित परिचालन शुरू,अप व डाउन में अलग अलग श्रेणियों में 1305 और 2320 रुपए होगा किराया
बक्सर : पटना से गोमतीनगर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की बक्सर से अप व डाउन दोनों दिशाओं में बुकिंग शुरू कर दी गई है। अप व डाउन दोनों दिशाओं में इस ट्रेन का 18 से नियमित परिचालन शुरू कर दिया गया है, वहीं इसका किराया भी अब तय हो चुका है। जानकारी देते हुए दानापुर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी पृथ्वीराज ने बताया कि बक्सर से गोमतीनगर तक चेयरकार में इसका किराया वातानुकूलित चेयर कार में 1305 रुपए वही एक्सक्यूटिव क्लास में 2320 रुपए तय किया गया है। इस ट्रेन की बुकिंग शुरू न होने के कारण यात्री असमंजस में थे। यात्रियों का कहना था कि आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर अबतक इसके टिकट बुकिंग का ऑप्शन नहीं दिख रहा है। वहीं गुरुवार की शाम से इस ट्रेन की बुकिंग होनी भी शुरू हो चुकी है। जिससे यात्रियों में हर्ष है।
यह ट्रेन सुबह पटना से 06:45 में खुलकर 07:20 में बक्सर पहुंचेगी। 07:22 में बक्सर से खुलकर 09:25 में वाराणसी होते हुए 12:20 में अयोध्या के रास्ते 14:30 को गोमतीनगर पहुंचेगी। वहीं वापसी में यह ट्रेन गोमतीनगर से 15:20 में खुलेगी जो 17:20 में अयोध्या, 20:05 ने वाराणसी होते 22:15 में बक्सर और 23:45 में पटना पहुंचेगी। दोनों तरफ से बक्सर में इसका दो मिनट का स्टॉप दिया गया है। शुक्रवार को छोड़कर इस ट्रेन का परिचालन हफ्ते के छह दिन होगा। इस ट्रेन में दो तरह की सिटिंग श्रेणी होगी जहां वातानुकूलित चेयरकार और एक्सक्यूटिव वातानुकूलित चेयरकार शामिल होगा। एक्सक्यूटिव चेयरकार का किराया सामान्य चेयर कार की अपेक्षा अधिक होगा।
किसी भी स्टेशन के आय बढ़ने का फार्मूला वहां के ट्रेनों की बुकिंग पर आधारित होता है। बक्सर स्टेशन की आय में प्रत्येक वर्ष उछाल दर्ज की जाती रही है। स्टेशन ने दीन दयाल उपाध्याय, आरा और हाजीपुर जंक्शन जैसे समतुल्य स्टेशनों को पीछे छोड़ते हुये पूमरे के टॉप टेन में अपनी जगह महफूज कर रखी है। आय की बात करें तो पिछले साल के जनवरी में 6 करोड़ 68 लाख, फरवरी में 7 करोड़ 35 लाख और मार्च में 7 करोड़ 56 लाख के पीआरएस यानी आरक्षित टिकट व यूटीएस (अनारक्षित) टिकटों की हुई बिक्री हुई है।
पिछले साल बक्सर की आय जहां बक्सर 7,56,11,490 करोड़ रुपये थी, वही डीडीयू 6,55,43,352 करोड़ रुपये और आरा 6,88,57,684 करोड़ रुपये पर सिमटा था। नई ट्रेनों के ठहराव के बाद राजस्व में और बढ़ोतरी की उम्मीद है।
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